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महामूर्ख बनकर भी मुस्कुराए, खूब लगे ठहाके

प्रतापगढ़। जिले की पहचान बन चुका नगर के गोपाल मंदिर में होने वाला परंपरागत महामूर्ख सम्मेलन इस बार भी हुआ। सांसद व विधायक से लेकर आम आदमी तक ने इसमें आकर एक दूसरे को मूर्ख साबित करने का प्रयास किया। चुटकुलों से एक दूसरे की पोल भी खोली, जिस पर खूब ठहाके लगे। कार्यक्रम में इस बार कोरोना को लेकर सतर्कता भी दिखी। इस मौके पर सांसद संगम लाल गुप्ता ने कहा कि ऐसे आयोजन से समाज एक होता है। विधायक राजकुमार पाल ने कहा कि प्रतापगढ़ में भाईचारा इतना मजबूत है कि लोग मिसाल देते हैं। पूर्व अध्यक्ष भाजपा ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि जिन लोगों ने इस परंपरा को शुरू किया वह महान थे। उनकी सोच को साकार करें। भोजपुरी फिल्म कलाकार पवन सिंह ने भी प्रतापगढ़ की इस अनूठी परंपरा को सराहा। अपना होली गीत भी सुनाया। धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय ने कहा कि आपसी मेल-मिलाप का यह पर्व मन के मैल को धोकर एक होने का संदेश देता है। संघ के जिला कार्यवाह डॉ. सौरभ पांडेय, पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र, भाजपा नेता शिव प्रकाश मिश्र सेनानी, डॉ. संजय कपूर, वरिष्ठ अधिवक्ता आचार्य ओम प्रकाश मिश्र, आचार्य आलोक मिश्र, भाजपा प्रवक्ता राघवेंद्र शुक्ल, भाजपा नेता संजय सिंह, पूर्व मीडिया प्रभारी गिरीश पांडेय, मुरलीधर केसरवानी, अशोक शर्मा समेत शहर के गणमान्य लोगों ने समाज को मिलकर रहने का संदेश दिया। संचालक पूर्व एमएलसी विंध्यवासिनी कुमार ने कहा कि यह आयोजन 104 वर्ष का हो गया है। इस पर एक स्मारिका का प्रकाशन करने की तैयारी है। इसमें आयोजन की अवधारणा से लेकर वर्तमान तक के चित्र व साहित्य को समाहित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि ओम प्रकाश खंडेलवाल ने अपनी रचनाओं से सबको आनंदित किया। राजनीतिक घटनाक्रमों पर करारा व्यंग्य भी किया। गीतकार डाॅ. श्याम शंकर शुक्ल श्याम, पं. अवध नारायण शुक्ल वियोगी, शीतला प्रसाद सुजान, अनूप अनुपम, राज नारायण राजन, गंगा भावुक आदि रचनाकारों ने होली पर गुदगुदाने वाली व सामाजिक एकता का संदेश देनी वाली रचनाएं सुनाकर माहौल में रस घोल दिया।

 

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