Logo

ट्रस्ट में भ्रष्टाचार से संतो में उबाल

हनुमान जी को समर्पित किया ज्ञापन
अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में हुए भूमि घोटाले की आग धीरे-धीरे अपना विकराल रूप ग्रहण करती जा रही है जहां एक और इसे लेकर संतों में जबरदस्त उबाल देखने को मिल रहा है वहीं दूसरी ओर हिंदूवादी संगठन भी इस मुद्दे पर आर पार करने की लड़ाई करने की ठान चुके हैं अयोध्या के प्रमुख संतों एवं हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा सरयू तट तुलसी घाट स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर के बाहर हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ कर ज्ञापन की प्रति हनुमान जी को सौंपी गई ज्ञापन में हनुमान जी को संबोधित करते हुए कहा गया कहा कि राम मंदिर निर्माण में कुछ कॉलनेमियों का प्रवेश हो गया है, जिनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार से आप के आराध्य भगवान राम की मर्यादा चरित्र एवं आदर्शों पर कलंक का टीका लग रहा है, ज्ञापन में यह भी कहा गया कि भगवान आप अंतर्यामी है, श्री राम दरबार के मुख्य प्रहरी के साथ-साथ आप श्री अयोध्या धाम के राजा भी हैं, आपके राज्य में भ्रष्टाचार में लिप्त जो लोग भगवान एवं भक्तों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं ,उनका रहस्योद्द्घाटन कर उन्हें दंडित कर श्री अयोध्या धाम की पावन भूमि के गरिमा व कलंक को संकट से बचाने की कृपा करें। इस अवसर पर अनि निर्वाणी अखाड़ा के  महंत धर्मदास महाराज ने कहा कि ट्रस्ट में भ्रष्टाचार है। इसकी निष्पक्ष जांच सरकार को करनी चाहिए। उन्होंने सरकार को इंगित करते हुए कहा कि जब दूसरे दलों में भ्रष्टाचार होता है तो आप खूब चिल्लाते हो किंतु जब भ्रष्टाचार के आरोप खुद पर लगते हैं तो मौन क्यों साध लिया जाता है। महंत धर्मदास ने आगे कहा कि चंपत राय कालनेमि है और जो कि केंद्र के माध्यम से ट्रस्ट संचालित हो रहा है इसलिए यह केंद्र का दायित्व है कि जांच निष्पक्ष हो अगर ऐसा नहीं होता है तो यह निश्चित है कि केंद्र सरकार भी कहीं ना कहीं दोषी है। रसिक पीठाधीश्वर बड़ा स्थान जानकी घाट के महंत जनमेजय शरण जी महाराज ने कहा कि ट्रस्ट के लोगों के इशारे पर बाहरी तत्व उल्टा सीधा बयान क्यों दे रहे हैं अगर जांच की बातें कही जा रही हैं तो ये लोग इससे भाग क्यों रहे हैं जांच पूरी तरह निष्पक्ष होनी चाहिए। बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास जी महाराज ने भी निष्पक्ष जांच की बात कही खंडेश्वरी मंदिर के महंत स्वामी दिलीप दास त्यागी जी महाराज ने कहा कि हमने माननीय सर्वोच्च न्यायालय केंद्र व राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की थी किंतु सरकार व न्यायालय की चुप्पी आश्चर्यजनक है ।उनकी यह चुप्पी संदेह पैदा कर रही है । दिव्य भव्य तथा नव्य मंदिर बनाने से पहले यह कलंक लगना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि कोई दोषी है तो उसके ऊपर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज हो क्योंकि यह राष्ट्र मंदिर है इसलिए जो भी आरोप लगाने वाले भी दोषी सिद्ध होते हैं तो उनके विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए। स्वामी दिलीप दास ने आगे बताया कि हमारा अगला कदम जल सत्याग्रह होगा इसके बाद अयोध्या की परिक्रमा होगी जिसमें  लाल कृष्ण आडवाणी मुरली मनोहर जोशी सहित राम रथ यात्रा के सभी लोगों को आमंत्रित किया जाएगा । अगर जांच निष्पक्ष नहीं होती है तो इसे एक वृहत जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा संतो की इस आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे शिवसेना प्रमुख एवं बाबरी विध्वंस के आरोपी संतोष दुबे ने कहा कि ट्रस्ट में दागी लोगों को तुरंत बाहर किया जाना चाहिए तथा उच्च स्तरीय जांच हेतु केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि क्योंकि ट्रस्ट का गठन सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हुआ था इसलिए पूरे मामले को सुप्रीम कोर्ट स्वत संज्ञान में लेकर 5 सदस्यीय जजों की कमेटी गठित कर इसकी निष्पक्ष जांच करें । अगर ऐसा नहीं होता है तो इसके गंभीर परिणाम नकली राम भक्तों को भुगतने होंगे । ज्ञापन देने वाले प्रमुख लोगों में महंत सीताराम दास , नंद लाल दास , महाविरक्त अयोध्या दास , रमेश दास शास्त्री , छविराम दास , गोरख नंदन दास  सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
Leave A Reply

Your email address will not be published.