सत्य, चित और आनन्द ही भगवान का सच्चा नाम-विजयकांत
होलागढ़ (प्रयागराज)। कल्याणपुर के धानी के पूरा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन कथा व्यास पण्डित विजय कांत तिवारी ने कहा कि सच्चिदानन्द अर्थात सत्य भगवान का नाम,चित जो ब्रम्हांड को प्रकाशित करे, आनन्द वह सुख जो न दिखता हो यानी भगवान का सच्चा नाम ही सच्चिदानन्द हैं।बताया कि सुख और चैन में बड़ा अंतर है।सुख भौतिक है जबकि चैन मन के अंदर का सुख है।श्रीमद्भागवत कथा के महात्म्य के बारे मे बताया की कथा सुनने से इह लोक और उह लोक का तार जुड़ जाता है।गीत गाया कि जीवन की रेल चली जाय रे मन कईले तैयारी ।मुख्य यजमान श्रीमती सरोज पांडेय एवं हौसिला प्रसाद पांडेय रहे।मंगलवार को ही घोड़ा,गाजा बाजा,और डीजे के साथ लोगों ने शिव मंदिर तक कलश यात्रा निकाली गई।जिसमें लालता प्रसाद मिश्र,शशी कांत द्विवेदी,प्रेम नारायण मिश्र,रमा शंकर मिश्र,लाल पांडेय,योगेंद्र प्रसाद पांडेय,अभय राज मिश्र,कलराज मिश्र आदि मौजूद रहे।