वाक टुगेदर टॉक टुगेदर एंड वर्क विद ए वन माइंड एनएसएस के सात दिवसीय शिविर का समापन
पटटी,प्रतापगढ़। डॉक्टर वीरेंद्र मिश्रा स्नातकोत्तर महाविद्यालय पट्टी प्रतापगढ़ की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के अंतिम दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय डॉ आनंद कुमार तिवारी तथा प्रसिद्ध समाजसेवी असगर अंसारी ने कार्यक्रम में अपनी महिमामई उपस्थिति दर्ज की साथ ही महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के तीनों इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारी डॉ वीरेंद्र मिश्रा ,डॉ प्रदीप कुमार शुक्ला, सुनील कुमार विश्वकर्मा उपस्थित रहे आपके साथ महाविद्यालय के भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ विकास सिंह भी उपस्थित थे। समापन सत्र में डॉ आनंद कुमार त्रिपाठी जिन्होंने भारत के साथ-साथ विदेश में भी अपने सेवाएं प्रदान की, ने शिविरार्थियों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए सावधानियां बताई ,तथा यह भी बताया कि मानव शरीर की संरचना में किन किन तत्वों का योगदान है आपने अभी बताया कि मानव शरीर में लगभग 700 मिलियन वायरस की उपस्थिति हमेशा रहती है। मानव का खानपान दीया निर्धारित करता है कि यह किस रूप में रहे हमारे खान पान में परिवर्तन ही हानिकारक विषाणु को सक्रिय कर देता है और हमको बड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। आपने भोजन से संबंधित तथा पोषण से संबंधित अनेकों बातें बताइए तथा यह भी बताया कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है आपके साथ क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी असगर अंसारी ने भी शिविरार्थियों को समाज में व्यवस्थित ढंग से रहने तथा एक योग्य नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया साथ ही अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति छात्र छात्राओं को सचेत किया। आप के उपरांत डॉक्टर विकास सिंह ने से विद्यार्थियों से कहा कि पर्यावरण को बिना हानि पहुंचाए हमको विकास करने की आवश्यकता है। इस क्रम में हम संसाधनों के वैकल्पिक साधनों का प्रयोग कर सकते हैं ।कार्यक्रम अधिकारी डॉ वीरेंद्र मिश्र ने शिविरार्थियों को समाज में साथ में चलने साथ में बात करने तथा एक होकर काम करने के लिए प्रेरित किया तथा यह भी बताया कि एकता में बड़ी शक्ति होती है आप के बाद द्वितीय इकाई कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रदीप कुमार शुक्ला ने से विद्यार्थियों को यह बताया कि समाज में लोगों को किस प्रकार शिक्षित किया जाए और शिक्षित व्यक्ति समाज में सत कार्यों को किस प्रकार अंजाम दे सकता है साथ ही आपने बताया कि शिक्षा ही किसी समाज को आगे ले जा सकती है तथा समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं बुराइयों को दूर कर सकती है। तृतीय इकाई के कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि यदि व्यक्ति अपनी भूमिका के अनुसार काम करें तो समाज में कहीं भी किसी भी बुराई के लिए जगह नहीं बचेगी, क्योंकि जब हम अपने कर्तव्यों को भूलते हैं या अपनी भूमिकाओं में से इतर कार्य करते हैं तो अनेकों प्रकार की समस्याएं जन्म लेती हैं इसलिए हमें अपनी भूमिका के अनुरूप काम करना चाहिए।