महंगाई एवं अन्य समस्याओ को लेकर वामपंथी दलो ने भरी हुंकार
विरोध प्रदर्शन करते हुए सौपां ज्ञापन
प्रतापगढ़ (ब्यूरो)। वामपंथी दलो के राष्ट्रीय आहवान पर डीजल पेट्रोल रसोई गैस बिजली खाद्यान्न पदार्थो खाद्य तेलो के बढ़े हुए दाम को वापस लेने, किसान विरोधी तीनो काले कानूनो को रद्द किए जाने, विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को वापस लेने कोविड 19 के दृष्टिगत देश के समस्त परिवारो में लोगो के रोजगार छीनने और बेरोजगारी हुआ महामारी के चलते स्थित संकट से निपटने के लिए प्रत्येक परिवार को रू. 10000 की मासिक सहायता दिए जाने, जीवन उपयोगी दवा के दाम कम किए जाने की मांग को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं एसयूसीआई कम्युनिस्ट जिला कमेटी के तत्वाधान में सैकड़ो की संख्या में कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओ ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कार्यकर्ताओ के हाथ में मांगो की लिखि हुई तख्तियां लाल झंडे थे और नारे लग रहे। जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते पहुंचने पर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया। ज्ञापन में कहा गया हम सब जानते है कि समूचा देश विश्व कोविड 19 महामारी के संक्रमण और आर्थिक संकट से जूझ रहा है। संकट की घड़ी में मेहनत कश जनता को राहत देने के लिए ठोस कदम व ऐसे भीषण त्रासदी से उबरने के लिए सरकार को उपाय करना चाहिए। देश का अन्नदाता किसान देश की राजधानी दिल्ली के बार्डर पर विगत 7 माह से 3 कृषि कानून जो किसान विरोधी है को रद्द कराने के लिए अनवरत आंदोलित है। सरकार लगातार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है और कोई समाधान नहीं कर रही है। आज जनपद में वामपंथी दलो के आवाहन पर जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट के कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन करते हुए मांग पत्र प्रेषित किया। जिलाधिकारी की ओर से उप जिलाधिकारी व उनके साथ अन्य प्रशासनिक अधिकारी ने प्रदर्शन स्थल पर आकर ज्ञापन लिया और इसे राष्ट्रपति को भेजने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर एक सभा भी हुई जिसकी अध्यक्षता कामरेड राजमणि पांडे ने किया। सभा को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य परिषद के सदस्य हेमंत नंदन ओझा, भाकपा के जिला मंत्री रामबरन सिंह, बेचन अली, लाल बहादुर तिवारी, आरडी यादव, अमरनाथ त्यागी, पुत्तू लाल संतलाल, मोतीलाल, नवाब यादव, विनोद सुमन राम कैलाश लल्लू गौतम