जिपं पद का चुनाव जीते बागी निर्दल प्रत्याशी सूची में नाम जोड़ने से भड़के
अयोध्या। जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव जीते विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के बागी प्रत्याशियों ने पार्टी के विजई सदस्यों की सूची में नाम जोड़े जाने को लेकर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। ऐसे बागी प्रत्याशियों का आरोप है कि जब पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ने हेतु समर्थन नहीं दिया और अपना अधिकृत प्रत्याशी नहीं बनाया तब जनता का अपार समर्थन से मिली जीत के बाद पार्टी उन पर क्यों मेहरबान हो रही है और उनका नाम अपनी पार्टी की सूची में डालकर अनर्गल प्रलाप क्यों कर रही है।बताते चलें कि जिला पंचायत सदस्य पद के लिए सपा व बसपा द्वारा समूचे जनपद में कई प्रत्याशियों को अपनी पार्टी से अधिकृत प्रत्याशी नहीं घोषित किया था। इसके बावजूद भी वह पार्टी से बागी बन कर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े थे जनता का अपार समर्थन भी मिला और वह चुनाव भी जीते। अपने बलबूते पर मिली जीत के बाद अब पार्टी उन पर क्यों दरियादिली दिखा रही है तथा उनका नाम पार्टी के जीते सदस्य के रूप में सूची में डालकर क्यों बदनाम करने की साजिश कर रही है। इसका ताजा उदाहरण हैरिंग्टनगंज ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत जिला पंचायत निर्वाचन क्षेत्र प्रथम से समाजवादी पार्टी के बागी प्रत्याशी सूरज यादव की माता द्वारा जीत दर्ज कराए जाने के बाद समाजवादी पार्टी द्वारा उन्हें अपना सदस्य मानकर उनका नाम पार्टी के विजई उम्मीदवारों की सूची में डाला जाना है। जिले के समाजवादी पार्टी के नेतृत्व पर जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव जीते सूरज यादव ने गहरा असंतोष व्यक्त किया है उन्होंने आरोप लगाया है कि जब पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ाया तब वह उनकी पार्टी के कैसे जिला पंचायत सदस्य माने गए।यही हाल मिल्कीपुर तृतीय से चुनाव लड़े पार्टी के ही बाकी प्रत्याशी प्रदीप यादव जिनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई है उन्होंने भी पार्टी के रवैया के विरुद्ध बिगुल फूंक दिया है। उनका भी आरोप है कि वह भी निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और अपनी मेहनत तथा जनता की सेवा के आधार पर चुनाव भी जीते। ऐसी दशा में उनका नाम पार्टी के विजई सदस्यों की सूची में आखिर क्यों डाला जा रहा है।