साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष के महानायकों को छात्रों ने किया याद
प्रस्ताव पारित कर रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने और एक करोड़ रिक्त पदों को समयबद्ध भरने की मांग
प्रयागराज। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर छात्रों ने साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष के महानायकों को याद किया। युवाओं ने इस ऐतिहासिक मौके पर स्वतंत्रता संग्राम से हासिल मूल्य, संविधान व लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि युवाओं की राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन आज देश का युवा तिरस्कृत जीवन जीने के लिए अभिशप्त है। गरिमापूर्ण आजीविका की गारंटी राष्ट्र निर्माण में भूमिका अदा करने की जरूरी शर्त है। इसी परिप्रेक्ष्य में प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार ने मांग की गई कि रोजगार को मौलिक अधिकार बनाया जाए और एक करोड़ रिक्त पदों को पारदर्शिता के साथ समयबद्ध भरा जाए। प्रस्ताव में आगे कहा गया कि आज देश में बेरोजगारी की समस्या बेहद चिंताजनक है लेकिन मोदी सरकार इसके हल के लिए कतई गंभीर नहीं है। यह भी सरकारों से मांग की गई कि शांतिपूर्ण आंदोलन और युवाओं से संवाद करने में दखलंदाजी न करें। युवा संवाद को युवा मंच संयोजक राजेश सचान, अध्यक्ष अनिल सिंह, पंकज पांडेय, करन सिंह परिहार, एडवोकेट दीपक शुक्ला, शैलेन्द्र कुमार, दशरथ सिंह पटेल, प्रदीप सैनी, विनोद कुमार, नीरज तिवारी, सूरज कुमार, देवेश चंद्र तिवारी, समर सेन, अमन प्रताप सिंह ने संबोधित किया । इस मौके पर बड़े पैमाने पर युवाओं की मौजूदगी रही।