परोपकार सबसे बड़ा पुण्य -आचार्य देवव्रत
जेठवारा, (प्रतापगढ़)।परोपकार से बड़ा कोई धर्म नही होता।परोपकार से बड़ा कोई पूण्य नही होता।उक्त बातें आचार्य देवब्रत महाराज जी ने क्षेत्र के महियामउ स्थित काली मां के मंदिर में चल रहे विष्णु यज्ञ व श्रीमद्भागवत कथा के चैथे दिवसपर कही। उन्होंने यजमान प्रधान राजू दुबे के यहाँ इस वचन का उवाच किया। आगे कहा कि हर आदमी को बिना किसी स्वार्थ के निःस्वार्थ भावना से गरीब व असहाय लोगो की मदद करनी चाहिये।क्योंकि परोपकार द्वारा जो पूण्य अर्जित होता है।ओ और किसी कार्य से नही मिलता।आचार्य देवब्रत जी ने आगे कहा कि भगवान भाव के भूखे है।उन्हें आडम्बर व दिखावे की जरूरत नही है।जो जिस भाव से भगवान का स्मरण करता है।भगवान उसे उसी के अनुरूप फल देते है।उन्होंने कहा कि आज कल लोग धर्म को राजनीति से जोड़ रहे है।परंतु धर्म मे राजनीति की कोई जगह नही है।धर्म सम्पूर्ण विश्व के कामना की बात करता है।कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र,कुलभास्कर द्विवेदी, शैलेन्द्र वेलोरा,महेस तिवारी,शिव मंगल दुवे,राम कैलास तिवारी,सुरेस तिवारी व सतीश चंद्र मिश्र आदि उपस्थित रहे। परोपकार से बड़ा कोई धर्म नही होता।परोपकार से बड़ा कोई पूण्य नही होता।उक्त बातें आचार्य देवब्रत महाराज जी ने क्षेत्र के महियामउ स्थित काली मां के मंदिर में चल रहे विष्णु यज्ञ व श्रीमद्भागवत कथा के चैथे दिवसपर कही। उन्होंने यजमान प्रधान राजू दुबे के यहाँ इस वचन का उवाच किया। आगे कहा कि हर आदमी को बिना किसी स्वार्थ के निःस्वार्थ भावना से गरीब व असहाय लोगो की मदद करनी चाहिये।क्योंकि परोपकार द्वारा जो पूण्य अर्जित होता है।ओ और किसी कार्य से नही मिलता।आचार्य देवब्रत जी ने आगे कहा कि भगवान भाव के भूखे है।उन्हें आडम्बर व दिखावे की जरूरत नही है।जो जिस भाव से भगवान का स्मरण करता है।भगवान उसे उसी के अनुरूप फल देते है।उन्होंने कहा कि आज कल लोग धर्म को राजनीति से जोड़ रहे है।परंतु धर्म मे राजनीति की कोई जगह नही है।धर्म सम्पूर्ण विश्व के कामना की बात करता है।कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र,कुलभास्कर द्विवेदी, शैलेन्द्र वेलोरा,महेस तिवारी,शिव मंगल दुवे,राम कैलास तिवारी,सुरेस तिवारी व सतीश चंद्र मिश्र आदि उपस्थित रहे।