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रुदौली अयोध्या। एक ओर जहां रुदौली नगर पालिका अपने 59 तालाबों का अस्तित्व बचाने के लिए बरसों से न्यायालय के चक्कर काट रही है वहीं बुलंद हौसलों के चलते भू माफियाओं द्वारा बचे अन्य तालाब पर कब्जा कर अवैध निर्माण कराया जा रहा है। रुदौली नगर पालिका परिषद कार्यालय से मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित वार्ड सोफियाना दक्षिणी में सफाई न कराने से पट चुके तलाब पर अब भूमाफिया व अतिक्रमणकारियों द्वारा रात में निर्माण कराया जा रहा है।रुदौली शहर में अधिकांश तालाब मुख्य मार्ग के किनारे स्थित है।तलाब की बेशकीमती भूमि पर भूमाफिया नजर गड़ाए हुए हैं।नगरपालिका क्षेत्र में 59 तलाब जो राजस्व अभिलेखों में दर्ज है।भू माफियाओं व उनके संरक्षकों ने उस भूमि पर पक्का मकान व दुकानें बनवा दी है। शहर में ऐसे 59 तालाबों को पाने के लिए नगर पालिका परिषद न्यायालय में लड़ाई लड़ रहा है। इसका फायदा उठाकर भूमाफिया व आक्रमणकारियों ने अपनी कार्रवाई से बचने के लिए नया तरीका निकाल लिया है।नगर पालिका की भूमि पर अवैध निर्माण कराने के बाद वह पहले नगर पालिका पर ही मुकदमा कर दिया जाता है। इसके बाद वह अपना काम बेखौफ करते हैं।ज्ञात हुआ है कि शहर के दक्षिणी सूफियाना इलाके में अभिलेखों में दर्ज तालाब की भूमि पर रात्रि में निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसकी शिकायत भी नगर पालिका परिषद व तहसील प्रशासन से की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।नगर के सतींद्र कुमार शास्त्री कहते हैं कि शहर से पौराणिक और ऐतिहासिक तालाबों का अस्तित्व मिटता जा रहा है।रुदौली नगर पालिका परिषद के अधिकांश तालाब पर अतिक्रमणकारी काबिज हैं।अगर यह सभी तलाब अवैध कब्जेदारों से मुक्त हो जाए तो इनकी सफाई कराकर मत्स्य पालन करने का ठेका देने पर प्रति वर्ष नगरपालिका को लाखों रुपए की राजस्व बढ़ सकती है।साथ ही वार्डों में जलभराव की समस्या से कुछ हद तक निजात मिल सकती है।नगर के ही आयुष्मान गुप्ता कहते हैं कि प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है वार्ड सभासद वोट बचाने के लिए कुछ नहीं बोलते हैं।वहीं दूसरी ओर वार्ड कजियाना स्थित प्राचीन झिलीतारा तालाब की सफाई न कराने से लोगों के लिए परेशानी का सबक बन गई है।नगर के नालों का पानी इसी तालाब में समाहित होता है।आलम यह है कि थोड़ी सी बारिश होने पर ही लोगों के घरों में जल भराव हो जाता है।तालाब के इर्द-गिर्द भू माफिया व अतिक्रमणकारियों ने अपना कब्जा बना लिया है।इस समस्या को संज्ञान लेने के लिए नपाप प्रशासन को सुध ही नहीं है।तालाब सफाई का मामला सिर्फ नगर पालिका के कागजी कार्रवाई तक ही सीमित है।जिम्मेदारों की हट कर्मी प्रवृत्ति से यह कार्य अधर में लटका है।इस मामले पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि तालाब की भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण की जांच कराई जा रही है जांच उपरांत कार्रवाई होगी नगर पालिका परिषद के 59 तालाबों पर अतिक्रमण कर लिया गया है।जिसे मुक्त कराने के लिए न्यायालय में मुकदमा चल रहा है।
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