भगवान श्रीकृष्ण की आंखों में सूर्य और चन्द्र का है वास – भोलानाथ शुक्ल
होलागढ़ (प्रयागराज)। भगवान मिश्र के पूरा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास भोला नाथ शुक्ल जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के एक आंख में सूर्य और दूसरे आंख में चन्द्र का वास रहता है जो लोगों को सुख चैन देता है। बताया कि पूतना ने जब भगवान को मारने के लिए कालकूट नामक विष लगा कर दूध पिलाना शुरू किया तो उन्होंने दोनों आंखें बंद कर ली। वह उसको देखकर सुख नहीं देना चाहते थे। इसके साथ ही उन्होंने बलराम और कृष्ण का नामकरण, पूतना वध आदि कथाओं की विस्तार से चर्चा की। कथा कुलगुरु लाल जी शुक्ल की देखरेख में चल रही है। मुख्य यजमान शिवकन्या एवं रामदेव पांडेय हैं।
कथा में सुरेशमणि त्रिपाठी, दुर्गेश पांडेय उर्फ विकास, हौसला प्रसाद पांडेय, कृष्ण देव पांडेय, माता प्रसाद त्रिपाठी, रमा शंकर मिश्र, पारस नाथ शुक्ल,बबलू शुक्ल, राज कुमार पांडेय, प्रकाश पांडेय, अंजनी पांडेय, सुरेन्द्र पांडेय आदि मौजूद रहे।