कोरोना टीकाकरण में रेल कर्मचारियों ने नहीं ली रुचि
प्रतापगढ़ रेलवे अस्पताल में हेल्थ डिपार्टमेंट ने लगाया था कैम्प
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ रेलवे अस्पताल में गुरुवार को कोरोना का पहला टीका लगाने के लिए लगे वैक्सीनेशन कैंप में रेल कर्मचारियों ने रुचि नहीं ली। यही वजह है कि तमाम प्रयासों और कोशिशों के बाद भी मात्र 79 कर्मचारियों जिसमें परिवार के सदस्यों की भी संख्या शामिल है, ने टीका लगवाया। जबकि लिस्ट 159 कर्मचारियों की थी। जिनको पहले कोरोना हुआ था। वे भी टीका से वंचित रह गये। उन्हें तीन महीने बाद टीका लगेगा। ऐसी सलाह डॉक्टर ने दी। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल में कैंप लगाया था। जिसमें प्रतापगढ़ स्टेशन के अलावा सीमा के अंदर वाले रेलवे स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारियों को भी टीका की सुविधा थी। हालांकि की टीकाकरण की शुरुआत सुबह 10 बजे से होनी थी। परंतु वैक्सीन आने में देरी होने से करीब एक घंटे बाद टीकाकरण शुरू हुआ। मौके पर मौजूद डब्ल्यूएचओ के सुधीर शर्मा ने बताया कि हेल्थ विभाग की तरफ से कोरोना टीका का कैम्प रेलवे अस्पताल में लगा है। जिसमें 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के अधिक से अधिक कर्मचारियों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। एसएस त्रिभुवन मिश्रा ने बताया टीका लगवाने वाले कर्मचारियों की संख्या 159 थी। जिसमें से 79 ने टीका लगवाया। कर्मचारियों के न आने की वजह से टीकाकरण शाम चार के बजाय दोपहर में ही डॉक्टर और उनकी टीम को बंद करना पड़ा। सुरक्षा की दृष्टि से आरपीएफ वाले रेलवे अस्पताल के बाहर तैनात किये गये थे। कैम्प में रेलवे अस्पताल के डॉक्टर और उनकी टीम सहयोग के लिये डटी रही। खास बात यह रही कि टीकाकरण का कार्ड उपलब्ध नहीं था। इससे दिक्कत जरूर आई। लेकिन रेलवे अस्पताल की टीम ने सब संभाल लिया। कार्ड की जगह कर्मचारियों को टोकन दिया जा रहा था। जिस पर कर्मचारी का नंबर मुहर के साथ लिखा रहता था। कर्मचारी को वह टोकन वैक्सिनेशन कक्ष में बैठे कर्मचारी को देना होता था। उसके बाद स्टाफ नर्स टीका लगाने का काम करती थी। कर्मचारियों को दिक्कत न हो इसके लिए एसएस त्रिभुवन मिश्रा, डिप्टी एसएस अनिल दुबे , एलआई और यातायात निरीक्षक अस्पताल में मौजूद थे। अस्पताल आने वाले लोगों में टीका लगाने को लेकर तमाम तरह का भ्रम था। वे एक दूसरे से चर्चा भी कर रहे थे। कुछ तो वैक्सीन में देरी की वजह से चले गये। अगर आंकड़ों को देखा जाय तो करीब 50 कर्मचारियों ने टीका लगवाया होगा। बाकी 29 घर के सदस्य हैं।