रुक-रुक कर बारिश जारी, तापमान गिरा
जौनपुर। चक्रवाती तूफान के असर की वजह से दूसरे दिन बुधवार को भी रुक-रुककर बारिश होने का सिलसिला बरकरार रहा। कई बार सूरज चमके लेकिन बेअसर साबित हुए। तापमान में गिरावट जारी है । जिन किसानों का गेहूं खुले में रखा था उनमें कुछ का भींग गया जबकि कई किसानों ने कड़ी कवायद करके सुरक्षित कर लिया। सब्जियों तथा अन्य फसलों के लिए यह बारिश लाभदायक बताई जा रही है। मौसम गुरुवार तक इसी तरह का रहने की संभावना व्यक्त की गई है। बीते तीन दिनों से मौसम मई माह की भीषण गर्मी में सावन-भादौं माह का अहसास करा रहा है। दिन में 10 से 12 किमी की स्पीड से हवा चलने पर दोपहर में लोगों ने सुकून महसूस किया। कोविड-19 महामारी की दूसरी तीव्रलहर को लेकर बंदी से सड़कों पर सन्नाटा सा पसरा है, बारिश में और ज्यादा सन्नाटा हो गया। यदाकदा सूरज चमके लेकिन थोड़ी ही देर में बारिश होने से फिर से वही हालात हो गए। इस दौरान झोपड़ी पट्टी, टिनशेड या पुराने जर्जर घरों में निवास कर रहे लोगों को पानी से बचाव के लिए कड़ी मशक्कत करते देखा गया। बताया गया है कि रुक-रुककर हो रही बारिश मूंग, अरबी, उर्द तथा अन्य सब्जियों की फसलें तैयार कर रहे किसानों के लिए इस समय किसी वरदान से कम नहीं है। इस जनपद धान की भपूर पैदावार होती है, बारिश से धान उत्पादक किसानों को धान की नर्सरी के लिए खेतों की जोताई के लिए भरपूर पानी मिल गया। मौसम साफ होने पर चारों ओर खेतों में जोताई शुरू हो जाएगी। इससे धान की नर्सरी और पशुओं के चारा तथा मक्का, ज्वार बाजरा सहित अन्य जायद की फसलों की तैयारी शुरू हो जाएगी। कृषि मौसम वैज्ञानिक कहते है कि चक्रवात तूफान से प्रदेश के मैदानी क्षेत्र में बारिश कहीं तेज तो कहीं बूंदाबांदी के रूप में हो रही है। तूफान का वेग हल्का कम हुआ है इसके बावजूद दो दिनों तक ऐसी ही हालात रहने की संभावना है। तेज हवा चलने पर पेड़, बिजली के पोल के नीचे कतई खड़े न हो। किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुरूप खेतिहर कार्य करें।