पानी लेने के साथ फलाहार भी करते रहे
जौनपुर। कोरोना संक्रमित लोगों को बुखार हो रहा है। बुखार से शरीर में पानी की कमी होना, प्लेटलेट्स कम होना जैसी समस्या भी सामने आ रही है। लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इन सब परेशानियां से बचना है, तो अपनी डाइट में फलाहार को शामिल करें। इसके साथ नींबू पानी का इस्तेमाल भी करें। चिकित्सक बताते है कि बुखार से ़त्रस्त लोग यह लापरवाही करते हैं कि खाना-पीना छोड़ देते हैं। उसके बाद शरीर में पानी की कमी आ जाती है। पानी की कमी हुई तो डिहाईड्रेशन हो जाता है। प्लेटलेट्स कम हो जाती है, जिसके बाद कमजोरी इतनी आ जाती है, शरीर में आक्सीजन का भी लेवर कम होने लगता है। ऐसे हालातों में खाना-पीना नहीं छोड़ना चाहिए। रोटी खाने में अधिकांश दिक्कत होती है, इस हाल में दाल-चावल का सूप बनवाकर सेवन करें। ज्यादा मात्रा में पानी पीना है। नींबू पानी का भी दिनचर्या में शामिल करें, क्योंकि बीमारी में पानी की कमी होने पर परेशानी हो जाती है। इसके अलावा फलाहार भी करना चाहिए। पपीता, खरबूजा और तरबूज का सेवन करने से शरीर में पानी की मात्रा संतुलित रहती है। लोकी, और पत्तेदार सब्जी का सेवन करें। पालक का सेवन बहुत लाभकारी है। बुखार को नजरंदाज न करते हुए कोरोना की जांच जरूर कराएं। जानलेवा कोरोना वायरस को पूर्णरूप से समाप्त करने की कोई दवा अभी तक नहीं बनी है। कोरोना टीकाकरण इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है। कोरोना से बचाव को टीकाकरण कराने के साथ खानपान का ध्यान रखते हुए दूसरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। अगर आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होगा तो कोरोना कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा। सुरक्षा में ही बचाव है। खुद को बचाना है, तो डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन का पालन करें। बुखार आने पर खुद इलाज शुरू न करें, बल्कि चिकित्सक की सलाह लेने के बाद ही दवा का सेवन करें।