पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं लोग
कौंधियारा प्रयागराज। पाठा क्षेत्र में जहां पेयजल समस्या वर्तमान समय में सुरसा सा विकराल रूप धारण करते हुए चली जा रही है। वही पाठा छेत्र में रहने वाले लोग पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। जहां गांव व बस्ती में लगे हैंडपंपों से पानी की जगह अब गर्म हवा निकलना शुरू हो गई है। वही दूसरी तरफ नाहर, तालाब व पोखरे भी सूख चुके हैं। जिसके कारण इंसान तो इंसान मवेशी भी पानी की प्यास बुझाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इसी तरह की समस्या बारा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा गीज में देखी जा रही है। जहां पर पीने के पानी के लिए लोग परेशान हो रहे हैं, गांव में लगे हैंडपंप जहां पानी देना बंद कर दिए हैं वही गांव में स्थित कुए भी सूख चुके हैं। वही जिन कुओं में थोड़ा बहुत पानी है उन्हें कीचड़ भरा हुआ है, वहीं कीचड़ युक्त पानी को जहां बस्ती के लोग पी रहे हैं। जबकि साफ पानी की चाहत में बस्ती के कुछ युवक अपने जान की परवाह ना करते हुए गहरे कुएं में कूदकर के कुएं में जमे कीचड़ व दल दल को इस उम्मीद में साफ करने में लगे हुए हैं कि शायद कुएं में एकत्र कीचड़ और दलदल को साफ करने से उन्हें पीने के लिए साफ पानी मिलने लगेगा। वही बस्ती के लोग कुए की सफाई कार्य में सहयोग करते हुए जी जान से लगे हुए थे। गांव के ही रहने वाले राजेंद्र कुमार के द्वारा बताया गया कि बस्ती में लगे हुए हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं, वही नहरों में पानी ना आने से पेयजल की समस्या और विकराल होती चली जा रही है। अब यही एक कुआं ही इस पूरे बस्ती के लोगों की प्यास बुझाने के लिए एक मात्र साधन है। इसके अलावा कोई वैकल्पिक व्यवस्था बस्ती के लोगों के पास नहीं है। जबकि पेयजल की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए भी तहसील प्रशासन के द्वारा आज तक कोई ठोस व कारगर कदम नहीं उठाया गया जिससे बस्ती के लोगों को पीने के पानी की समस्या से निजात मिल सके।