कोरोना से गयी तीन अध्यापकों की जान
जौनपुर। कोरोना संक्रमण के चलते बीते 24 घंटे के अंदर खुटहन ब्लाक में प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में सेवारत दो शिक्षकों व एक शिक्षक की असामयिक मौत हो गई। इससे क्षेत्र में लोगों में दहशत व्याप्त है। इनमें से एक शिक्षिका 69 हजार की भर्ती में इसी वर्ष जनवरी माह में ब्लाक के ओईना प्राथमिक विद्यालय में पदभार ग्रहण की थी। आठ माह की गर्भवती होने के बावजूद भी उसे चुनाव ड्यूटी से मुक्त नहीं किया गया था। खुटहन क्षेत्र के फतेहगढ़ निवासी पुष्पा सिंह (61) पत्नी नरेंद्र सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय लखैया में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत थी। गत 15 अप्रैल को पंचायत चुनाव मतदान ड्यूटी के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। हालत गंभीर होने पर सदर अस्पताल में भर्ती के दौरान उनकी कोरोना जांच हुई, जो पाजिटिव आई। अस्पताल में उपचार के दौरान शनिवार की सुबह उनकी मौत हो गई। रविवार को परिजनों की कोरोना जांच में परिवार के सात लोग संक्रमित निकले। इसी तरह क्षेत्र के पटैला गांव निवासी कल्याणी अग्रहरि(26) पत्नी दीपक अग्रहरि इसी वर्ष 69 हजार की शिक्षक भर्ती में जनवरी माह में ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय ओइना में बतौर सहायक अध्यापक पद पर पदभार ग्रहण किया था। उनके पति ने बताया कि कोरोना की चपेट में आकर रविवार को उन्होंने भी दम तोड़ दिया। वहीं डेहरी गांव निवासी राजबहादुर यादव(47) के साथ हुई, यह पूर्व माध्यमिक विद्यालय विशुनपुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात थे। परिजनों के मुताबिक पंचायत चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद वे सर्दी जुकाम व बुखार से पीड़ित हो गए। उपचार चल रहा था। इसी बीच शनिवार को उन्होंने कोरोना वैक्सीन भी लगवाया था। रविवार की सुबह घर पर ही उनकी मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार पिलकिछा घाट पर कर दिया गया। एक ही दिन में तीन मौतों से शिक्षकों में भय व्याप्त हो गया है।