राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा वैश्विक मातृ-पितृ दिवस पर भव्य काव्य-गोष्ठी
कलम की धार ही देश को भ्रष्टाचार, अन्याय, असमानता से मुक्त करा सकती है* राजीव मिश्र
‘राष्ट्रीय कवि संगम’ की उत्तर 24 परगना इकाई द्वारा आभासीय काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ० गिरिधर राय ने की। प्रांतीय महामंत्री राम पुकार सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित होकर कवियों की रचना की सराहना करते हुए हिंदुस्तान के प्रति समर्पित अपनी गजल पढ़ी। काव्य गोष्ठी का शानदार संचालन जिला उपाध्यक्ष पुष्पा मिश्रा ने की। जिलाध्यक्ष राजीव मिश्र ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि वह कलम की धार ही है जो देश को भ्रष्टाचार, अन्याय, असमानता से मुक्त करा सकती है। कंचन मिश्रा द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई। काव्य स्वर के रूप में उपस्थित देवेश मिश्र, रमाकांत सिन्हा, स्वागता बसु, हिमाद्री मिश्रा, पुष्पा मिश्रा, राजीव मिश्र, सुषमा राय पटेल, कंचम राय, रीता चंदा पात्रा, शिवानी वर्मा ने अपनी-अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इस कार्यक्रम में सुशीला भारती भी उपस्थित रहीं। डॉ० राय ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में वैश्विक मातृ-पितृ दिवस की बधाई देते हुए भारतीय संस्कृति एवं आदर्श के प्रति रचनाकारों की सराहना की तथा नवांकुरों को कविता लिखने के लिए प्रेरित किया। टूटते परिवारों पर अपनी मार्मिक रचना ‘बटवारा’ सुनाकर सबको भाव विभोर कर भाईचारा एवं सद्भावना का संदेश दिया। काव्य गोष्ठी का समापन जिला उपाध्यक्ष सुषमा राय पटेल के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।