निराश्रित महिलाओं और बेसहारा बच्चों को मिला सरकार का साथ
प्रयागराज में 90 हजार महिलाओ और कोविड काल में बेसहारा हुए 829 बच्चो को मिला सम्बल
प्रयागराज। योगी सरकार का यूपी में दूसरा कार्यकाल भी जन- कल्याण की योजनाओं को जरुरत मंदों तक पहुचाने में मील का पत्थर साबित हुआ है। योगी 2.0 के पहले साल में ही सरकार निराश्रित महिलाओं और बेसहारा बच्चो की मददगार बनकर सामने आई है। प्रयागराज में पिछले एक साल में बेसहारा बच्चों और निराश्रित महिलाओं तक पहुची सरकार की मदद इसका आइना साबित हुई है। कोरोना काल में अनाथ हो गए बच्चों के जीवन-यापन के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना बड़ा संबल बनी है। प्रयागराज सूबे का वह जिला है जिसमे कोविड काल में सबसे अधिक जनहानि हुई। कोरोना काल में इस महामारी से जान गवाने वालो की संख्या सबसे अधिक थी ऐसे में ऐसे बच्चे भी यहाँ सबसे अधिक थे जिनके सर से उनके माँ बाप का साया इस महामारी ने छीन लिया। प्रयागराज के जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्रा बताते हैं कि इस योजना में 829 बच्चो को इस वित्तीय वर्ष में मदद दी गई। इन बच्चो में 420 कोविड वर्ग से और 409 सामान्य वर्ग के अंतर्गत आते हैं। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में ऐसे बच्चो की मदद सरकार करती है जिनकी उम्र 18 साल से कम और जिनके माता-पिता या अभिभावक की मौत 1 मार्च 2020 के बाद कोविड के अतिरिक्त किसी अन्य कारण से हो गई है। इसमें कोविड वर्ग में आने वाले बच्चो को 4,000 रूपये की प्रति माह की आर्थिक मदद जबकि सामान्य वर्ग के बच्चो को 2,500 रुपये की आर्थिक मदद सरकार देती है। इसके साथ ही 18 से 23 साल के ऐसे किशोर जिन्होंने अपने माता-पिता अथवा अभिभावक को कोविड या अन्य कारणों से खो दिया है और कक्षा-12 तक शिक्षा पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। वो भी इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।