Logo

सनातन संस्कृति को पुर्नजीवित करना जरूरी: डा. शुक्ल योगेश शुक्ल अखिल भारतीय ब्राम्हण परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मनोनीत

प्रतापगढ़ (ब्यूरो)। अखिल भारतीय ब्राहम्ण परिषद द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सिद्धिनाथ शुक्ल ने प्रेस प्रतिनिधियों को बताया कि राष्ट्र के ब्राहमणों के हितार्थ एवं सार्वभौमिक विकास के उद्देश्य से अखिल भारतीय ब्राहमण परिषद नामक अराजनैतिक संगठन सन्1997 में स्थापित किया गया। यह संगठन पंजीकृत है। इसके प्रधान संरक्षक पं. उदयराज मिश्र रहे। राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से आज लीला पैलेस सेनानी ट्रस्ट भवन में परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतापगढ़ के अधिवक्ताओ की संस्था वकील परिषद के पूर्व महामंत्री योगेश शुक्ल किसान को परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री पद पर मनोनयन किया गया। डा. शुक्ल ने योगेश शुक्ल किसान को एक तेज तर्रार अधिवक्ता बताते हुए कहा कि इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि सदा उल्लेखनीय रही है। आज युवा अधिवक्ता योगेश शुक्ल किसान की परिषद के प्रति निष्ठा समर्पण व कर्मठता को दृष्टिगत रखते हुए परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री पद का गुरूतर दायित्व सौपा गया है। उम्मीद है कि ये संगठन को गतिमान बनाते हुए राष्ट्र के विभिन्न प्रदेशो में ब्राहमण बंधुओ को प्रोत्साहित करके राष्ट्रीय स्तर पर परिषद का संगठात्मक ढांचा शीघ्रातिशीघ्र खड़ा करने में सफलता अवश्य प्राप्त करेंगे। डा. शुक्ल ने आगे बताया कि आज समाज के बालक और बालिकाओ में सनातन संस्कार का स्तर गिरता नजर आ रहा है। संस्कार की दीक्षा कालेज व यूनिवर्सिटी में संभव नहीं है। सनातन संस्कृति लुप्त होती जा रही है, जिसे पुनजीर्वित करना अनिवार्य है। आशा है कि इ. ओम प्रकाश पांडेय गुड्डू के नेतृत्व में जिले की नवगठित कार्यकारिणी के ओजस्वी पदाधिकारी, इस क्षति की पूर्ति करेंगे। प्रेस वार्ता में डा. शक्ति पांडेय, इं. ओम प्रकाश पांडेय गुड्डू, कर्नल राघवराम पांडेय, परशुराम उपाध्याय सुमन, श्रीकान्त पांडेय, अनूप उपाध्याय अनुपम तथा विधि देव शुक्ल, डा. रामकल्प उपाध्याय, दिवाकर दिग्गज, गिरिजा शंकर पांडेय, हौसिला प्रसाद ओझा, शेषमणि मिश्र, चिन्तामणि पांडेय, राजेश कुमार मिश्र आदि उपस्थित रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.