पारंपरिक गीतों के कालजयी कवि राजाराम शुक्ल के आकस्मिक निधन पर शोकसभा
प्रतापगढ़। सृजना साहित्यिक संस्था उ.प्र. द्वारा लब्धप्रतिष्ठ कवि-साहित्यकार राजाराम शुक्ल के आकस्मिक निधन पर साहित्यकारों और प्रबुद्धजनों की एक शोकसभा सृजनाकुटीर, अजीतनगर, प्रतापगढ़ में हुई, जिसमें कालजयी गीतों के सृजेता राजाराम शुक्ल के प्रेरक-यादगार व्यक्तित्व-कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की गई। कवि-साहित्यकार डॉ० दयाराम मौर्य रत्न ने कहा कि प्रतापगढ़ के खजुरनी में जन्मे स्व० राजाराम शुक्ल ने विविध विधा की अनेकशः पुस्तकें लिखकर अवधी-हिंदी साहित्य को समृद्धि किया और जनपद का नाम रोशन किया। एलायंस क्लब इंटरनेशनल के कमेटी चेयरमैन समाजसेवी रोशनलाल ने कहा कि स्व० राजाराम शुक्ल की लेखन-शैली विशिष्ट थी। अवधी गीत परंपरा के विकास में उनका अवदान सदा याद किया जाएगा। दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धा-सुमन अर्पित करने वालों में आनन्द मोहन ओझा, राजीव कुमार आर्य, जितेन्द्र कुमार मौर्य, अनिलकुमार निलय, राधेश्याम दीवाना प्रेमकुमार त्रिपाठी प्रेम, श्रीनाथ मौर्य सरस, कुंजबिहारी लाल मौर्य काकाश्री एवं सिद्धांत शेखर मौर्य प्रमुख थे।