आसमान से बरस रही आग, अब ‘लू’ भी उफान पर शीतला प्रदायक फलो की मांग बढ़ी
प्रतापगढ़ (ब्यूरो)। गर्मी अब पूरे तेवर में आ गई है। लू के थपेड़ो ने लोगो को घरो से निकलना मुश्किल कर दिया है। हाथ, पैर व चेहरा लू के कारण झुलसने लगा है। अप्रैल का महीना बीतने को है। गर्मी अपने तेवर में आ गई है। धूप में जाने पर हाथ व पैर जलने लगता है। दोपहर के समय आसमान से आग बरसने लगता है। वही इस समय कोरोना का संक्रमण भी बढ़ता जा रहा है। एक तरफ कड़ी धूप व दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण का खतरा घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इस गर्मी में डायरिया का खतरा भी पैदा हो गयाा है। लोग उल्टी व दस्त की चपेट में भी आने लगे है। गर्मी के कहर के साथ ही अब गर्म हवाएं भी चलने लगी है। लू से बचने के लिए लोग शीतलता प्रदायक शर्बत व फलो का सहारा ले रहे है। इस समय तरबूज, खरबूजा, खीरा, नींबू आदि की बिक्री बढ़ गई है। हालांकि खरबूजे में अभी वह मिठास नहीं है। फिर भी लोग मन बहलाने के लिए खरबूजा व तरबूज आदि खरीदते दिखाई पड़ते है। मई जून में गर्मी अधिक बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है। लगातार बढ़ रहे तापमान के कारण लोग बेहाल होने लगे है। एक तरफ गर्मी ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। वही लो वोल्टेज बिजली की आपूर्ति होने के कारण लोगो की दिक्कत बढ गई है। इस समय सूर्य की तेज किरणो ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इससे दोपहर होने से पूर्व ही लोग घरो में दुबकने लगते है। नौकरी पेशा अथवा जरूरी काम होने पर ही लोग घरो से बाहर निकलते है। इससे दोपहर के समय सड़को पर भीड़ भाड़ काफी कम हो जाती है। सूर्य की किरणे ऐसा कहर बरपा रही है कि बिना गमछा व तौलिया के घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। सबसे अधिक परेशानी पैदल तथा दुपहिया वाहन से चलने वालो को उठानी पड़ रही है। नगर में गर्मी का आलम यह है कि लोग आवश्यक कार्यवश भी घर से बाहर निकलने में कतरा रहे है। उधर गर्मी से पशु पक्षी भी बेहाल होने लगे है। पेड़ की छाया भी लोगो को राहत नहीं पहुंचारही है। इससे दोपहिया वाहन चालको की दिक्कत अधिक बढ़ गई है।