गणराज्य का पर्याय है स्वराजः न्यायमूर्ति अजय भनोट
हाई कोर्ट बर एसोसिएशन के तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद विधि व्याख्यानमाला का आयोजन
प्रयागराज। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के ऐतिहासिक लाइब्रेरी हाल में ‘‘स्वामी विवेकानन्द विधि व्याखान माला’’ के अन्तर्गत संविधान में वर्णित प्रस्तावना में उल्लिखित शब्द ‘‘गणराज्य’’ विषय पर एक कार्यक्रम हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसका संचालन संयुक्त सचिव लाइब्रेरी अजय सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति अजय भनोट उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरम्भ में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महासचिव नितिन शर्मा, उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव प्रशासन सर्वेश कुमार दुबे एवं संयुक्त सचिव प्रेस अमरेन्दु सिंह द्वारा संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री अजय को पुष्प गुच्छ व चीकू का पौधा भेंटकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अजय भनोट ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के अनुसार गणराज्य का पर्याय स्वराज है। जिसके माध्यम से प्रत्येक हिन्दुस्तानी को शक्ति प्रदान की गयी है और इसी के माध्यम से हम अपने उत्तरदायित्वों का बखूबी निवर्हन करते हैं। इसके साथ ही साथ इसी के माध्यम से हमारी आधारभूत सुविधाओं का क्रियान्वयन सहित हमारी संस्कृति में विचारों का आदान-प्रदान होता है। स्वामी विवेकानन्द जी स्वराज के माध्यम से ही एक तरह से नये युग की शुरूआत की है जो ऐसे महापुरूषों के नाम से अविरल चलती रहेगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम लोग उनके द्वारा बताये गये मूल्यों का क्रियान्वयन किस तरह से करें। इसी क्रम में उन्होंने आगे कहा कि जिस प्रकार से हमारे जीवन में एक पिता की भूमिका है, ठीक उसी प्रकार से प्रोफेशन के क्षेत्र में हमारे सीनियर की होती है। हमें अपने सीनियर का सम्मान करना चाहिए। गुरू-शिष्य एवं चैम्बर की परम्परा बनाये रखना हम सभी का कर्तव्य है। केवल अध्ययन के माध्यम से हम आगे बढ़ सकते हैं। इसके अलावा कोई अन्य रास्ता नही है। किसी भाषा को कम नही मानना चाहिए। मेरा मानना है कि हम हिन्दी बोलें तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई तरह और अंग्रेजी बोलें तो डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तरह। अधिवक्ता पूरी सेवा भाव से कार्य करते हैं। मैं हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का आभारी हूॅं। कार्यकारिणी सदस्य विनोद राय ने कहा कि यह विधि व्याख्यान माला ज्ञान के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन के अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित के0 श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि सहित सभी अधिवक्ताओं का आभार व धन्यवाद प्रकट करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की। उक्त अवसर पर आशुतोष पाण्डेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अजय कुमार मिश्र (अजय जय हिन्द), अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, स्वर्ण लता सुमन (उपाध्यक्षगण), सर्वेश कुमार दुबे (संयुक्त सचिव, प्रशासन), अजय सिंह (संयुक्त सचिव लाइब्रेरी), अमरेन्दु सिंह, (संयुक्त सचिव प्रेस), अंजना चतुर्वेदी (संयुक्त सचिव, महिला), आशीष कुमार मिश्र (कोषाध्यक्ष), प्रीति द्विवेदी, श्रीमती सरिता सिंह, अभ्युदय त्रिपाठी, विनोद राय, अमित कुमार पाण्डेय, ओम प्रकाश विश्वकर्मा, अरविन्द कुमार सिंह, अरूण कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र (नगरहा), सुधीर कुमार केसरवानी, साइमा सहेर, अनिरूद्ध ओझा, अनिल कुमार मिश्र, गुलाब सिंह यादव एवं अनिल प्रताप सिंह (कार्यकारिणी सदस्यगण) सहित बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे।