घाटी मे उत्तर भारतीयों का पलायन मोदी सरकार की कमजोरी तथा विफलता-प्रमोद तिवारी
सीडब्ल्यूसी मेंबर ने बांग्लादेश में मां दुर्गा के पाण्डालों व हिन्दू घरों मे आगजनी पर भी मोदी सरकार पर कूटनीतिक संदेश तक देने मे नाकामयाबी का फोडा ठीकरा
लालगंज, प्रतापगढ़। केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य एवं यूपी आउटरीच एण्ड कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने प्रदेश के कई हिस्सो समेत प्रतापगढ़ मे असमय हुई बरसात के कारण धान की फसल के नुकसान पर चिंता जताई है। श्री तिवारी ने प्रदेश सरकार से धान की तैयार फसल के बारिश से गिर जाने के नुकसान का आकलन भी फौरन कराये जाने को कहा है। पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि फसल के गिर जाने से अब पहले से ही रोज मंहगे हो रहे पेट्रोलियम पदार्थो से कृषि क्षेत्र की उपज को लेकर चिंतित किसान व रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर मध्यम वर्ग की भी परेशानी और बढ़ गई है। उन्होनें कहा कि खाद की भी बेतहाशा मंहगाई और सिर्फ पंूजीपतियों की ही फिक्र करने मे जुटी भाजपा सरकार किसानों को किसी भी स्तर पर राहत नहीं दे पा रही है। वहीं सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने कश्मीर के घाटी मे उत्तर भारतीयों को लेकर टारगेट किलिंग के चलते मजदूरों के घाटी से पलायन को लेकर भी चिंता जताई है। प्रमोद तिवारी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि कश्मीर मे इस समय सीमा पार से परोसे जा रहे आतंकवाद के चलते उत्तर प्रदेश से भी ईट भटठे समेत रोजी रोटी की तलाश मे गये मजदूरो का पलायन लोगों मे वहां असुरक्षा की भावना का चिंताजनक पहलू उभर कर आया है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि सीमा पार से एकतरफ आ रही गोलियों से देश के नौजवान शहीद हो चुके है। वहीं उन्होनें कश्मीरी पलायन को रोकने मे मोदी सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए तीखी प्रतिक्रिया मे साफ कहा है कि कश्मीर के मौजूदा चिंताजनक हालात केंद्र की सरकार की कमजोरी साफ प्रदर्शित कर रही है। वहीं श्री तिवारी ने कश्मीर के हालात को देखते हुए दुबई मे होने वाले भारत पाकिस्तान टी-20 क्रिकेट मैच पर भी अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि सीमा पार से हम आतंकवाद की पीडा झेल रहे है। प्रमोद तिवारी के मुताबिक यह समय क्रिकेट मैच का नहीं बल्कि आतंकवादी गतिविधियों कडा एवं माकूल जबाब देने का वक्त है। पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद ने पडोसी बांग्लादेश मे मां दुर्गा के पाण्डालों तथा वहां रह रहे हिन्दुओं मे आगजनी तथा हिंसा को भी मौजूदा मोदी सरकार की एक और बड़ी कूटनीतिक विफलता करार दिया है। उन्होनें कहा कि बांग्लादेश की हिंसा को लेकर मोदी सरकार द्वारा अब तक कूटनीतिक तथा राजनीतिक क्षेत्र मे कडा संदेश तक न दिया जाना और पीएम की खामोशी भी दुखद है। मंगलवार को मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से यहां जारी बयान मे प्रमोद तिवारी ने लखीमपुर हिंसा के खिलाफ और तेज हो रहे किसान आंदोलन को भी पीएम मोदी की तीन के तीन कृषि काले कानूनों को वापस न लेने की किसान विरोधी जिद को ही पुरजोर जिम्मेदार ठहराया। वहीं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने लोगों को वरावफात की मुबारकबाद देते हुए कहा कि मोहम्मद साहब की यौमे पैदाइश से सबसे बडी सीख दीन तथा ईमान तथा मोहब्बत के रास्ते पर मुल्क को मजबूत बनाये रखने की है। उन्होनें कहा कि ईद उल मिलादुन्नबी का मकसद मुल्क की मिटटी से प्यार करते हुए उसकी हिफाजत के लिए जान देने का भी हमें फक्र महसूस करने की भी बड़ी सीख है।