’मंचल प्रतापगढ़ी के निधन’ ’से’ क्षेत्र में शोक की लहर
सांगीपुर, प्रतापगढ़। अपनी संगीत लहरी से क्षेत्र के कोने कोने में लोकगायकी में चर्चित स्थान हासिल कर लेने वाले रमाकांत पांडे ऊर्फ मंचल प्रतापगढ़ी को भी कोरोना संक्रमण का शिकार होना पड़ा। संक्रमित होने पर उन्हें लखनऊ के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया किंतु कोई लाभ नहीं हुआ और उन्होंने कल सायंकाल अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर लीलापुर के पास स्थित उनके पैतृक गांव ले जाया गया, जहां आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मंचल प्रतापगढ़ी बहुत ही सरल स्वभाव के व्यवहार कुशल व नेक इंसान थे। उन्होंने अपनी भाषा और शैली के बल पर सांगीपुर क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता हासिल कर ली थी। वह जल निगम विभाग के ऑपरेटर के पद से सेवानिवृत्त होकर मंगापुर पानी टंकी के पास सपरिवार रहते थे। उन्होंने सेवानिवृत्ति के पश्चात अपना अवशेष जीवन मंगापुर में ही बिताने का संकल्प लिया था और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मंगापुर के पास जमीन खरीद कर मकान निर्माण भी शुरू कर दिया था। लेकिन ’होता वही है जो मंजूरे’ ’खुदा होता है।’ उनके दिवंगत होने की खबर पर क्षेत्र में शोक की लहर है। वे मंगापुर के बाबा अमरनाथ धाम व्यवस्था संचालन समिति की सांस्कृतिक उप समिति के संयोजक भी रहे हैं। आर्केस्ट्रा के विविध कार्यक्रमों में उनकी सहभागिता सदैव उल्लेखनीय रही है। निधन के समाचार पर शोक संवेदना प्रकट करने वालों में वरिष्ठ अधिवक्ता परशुराम उपाध्याय सुमन, राम अकबाल त्रिपाठी, बम बहादुर सिंह,सिंगर आदर्श उपाध्याय आदी, मनीष त्रिपाठी, राजू यादव, संजय त्रिपाठी, संदीप विश्वकर्मा, अवनीश शर्मा अंकुर, राजेश हरिजन, अर्जुन कोरी, हीरा सिंह, राजकुमार साहू, कृष्ण लाल त्रिपाठी, हीरा सरोज सहित बाबा अमरनाथ धाम संचालन समिति अध्यक्ष आशुतोष मिश्र एवं मंगापुर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेंद्र कुमार मिश्र आदि रहे जिन्होंने मंचल प्रतापगढ़ी को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आत्मा की शांति एवं परिवारीजन को इस अपार कष्ट को सहन करने हेतु बाबा अमरनाथ भोले शिव शंकर से प्रार्थना किया है।