अन्नदाता किसानों को समर्पित डॉ सत्यवान सौरभ की नई किताब ‘खेती किसानी और पशुपालन’
दोहे, कहानी, कविता, संपादकीय लिखने वाले डॉ सत्यवान सौरभ का जन्म बड़वा भिवानी हरियाणा में हुआ। ये वर्तमान दौर के युवा स्वतंत्र पत्रकार हैं तथा आकाशवाणी और टीवी पेनालिस्ट है। इसलिए उनकी रचनाएं सामयिक घटनाओं व प्रसंगों से प्रेरित होती हैं तथा उनकी रचनाएं देश भर के अखबारों में में प्रतिदिन अनिवार्य उपस्थिति रहती है। कृषि और पशुपालन उत्पादन तेजी से परिवर्तन के दौर में है जिसमें जैव प्रौद्योगिकी, सिंथेटिक रसायन विज्ञान, जैविक रसायनों और जैव कीटनाशकों के उपयोग में वृद्धि देखी गई है। इन विषयों को अनुप्रयोग प्रौद्योगिकी, डिजिटल खेती और बड़े डेटा के उपयोग में सुधार के साथ एकीकृत किया गया है। संभावित पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करते हुए, ये प्रगति नई पर्यावरणीय चिंताओं को भी बढ़ाती है। यह पुस्तक कृषि और पशुपालन उद्योग में होने वाले परिवर्तनों का एक सिंहावलोकन प्रदान करती है, प्रभावों को संबोधित करने के अवसरों पर प्रकाश डालती है और प्रौद्योगिकी को अपनाने में संभावित बाधाओं का संकेत देती है। इस नए संस्करण को जैविक खेती और आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों सहित कृषि विकास में नवीनतम को शामिल करने के लिए अद्यतन किया गया है। यह छात्रों और शिक्षाविदों के साथ-साथ किसानों और जमींदारों और कानून में काम करने वालों के लिए भी रुचिकर है।