बेहोश यात्रियों की अटेंड न करने पर आरपीएफ दारोगा सस्पेंड
जहर खुरानी के शिकार यात्रियों को उतारने के चक्कर में सवा घंटा खड़ी रही ट्रेन
कंट्रोल और जीआरपी ने आरपीएफ को दी थी घटना की सूचना
प्रतापगढ़। जहरखुरानी के शिकार हुए ट्रेन यात्रियों को अटेंड न करने और ट्रेन को सवा घंटे तक रोके रखने के मामले में आरपीएफ थाने के उपनिरीक्षक और इंचार्ज थाना प्रभारी को कार्य में लापरवाही का दोषी मानते हुए कमांडेंट लखनऊ ने निलंबित कर दिया है। साथ ही नए इंस्पेक्टर की तैनाती कर दी है। इस कार्रवाई से थाने में हड़कंप मचा हुआ है। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दो दिन पहले दूसरे रूट की ट्रेन किसान एक्सप्रेस इधर आई थी। उसमें बिहार प्रांत के दो यात्रियों के जहर खुरानी के शिकार होने की सूचना थी। जिसके बारे में यहां की आरपीएफ को कंट्रोल मैसेज हुआ था। जीआरपी ने भी इस बारे में आरपीएफ दारोगा को सूचित किया था। आरोप है कि इसके बाद भी उक्त दारोगा ट्रेन अटेंड करने नहीं पहुंचे। इस चक्कर में ट्रेन करीब सवा घंटा खड़ी रही। इससे नाराज लखनऊ परिचालन के अधिकारियों ने इस बारे में आरपीएफ कमांडेंट लखनऊ को अवगत कराया। कमांडेंट ने मामले की जांच कराई और शिकायत सही पाए जाने पर दारोगा को निलंबित कर दिया। गौरतलब है कि थाना प्रभारी की कुर्सी महीनों से खाली है। महकमा इंस्पेक्टर पोस्टिंग करने की जरूरत नहीं समझ रहा था। जिसके अभाव में निलंबित किए गए दारोगा पर काम का भी अधिक दबाव रहता था। मगर काम में शिकायत नहीं थी। इस मामले में अकेले दारोगा को ही बलि का बकरा बनाया गया। इसकी चर्चा है।