शानो शौकत से निकला बड़ा ताजिया का आलम
प्रयागराज। करबला के शहीदों की याद में माहे मोहर्रम की दो तारीख पर शुक्रवार की रात बड़ा ताजिया का आलम जुलूस शान ए शौकत से निकाला गया। इमातबाड़े से जुलूस निकलते ही या अली या हुसैन की सदाएं गूंजने लगीं। आलम के आगे मिर्जापुर से आए हुए ढोल-ताशा पार्टी के कलाकारों ने ढोल पर मातमी धुन बजाकर नौजवानों में जोश भर रहे थे। बैंड पार्टी पूरे रास्ते गमगीन नौहा पढ़ती रही। बनारस से आए शहनाई वादक गमे हुसैन की धुन बजाते हुए चले। रोड लाइट और फोकस रात में अपने जलवे बिखेर रहे थे। आलम पर हुसैन के शैदाई फूल और माला चढ़ाते रहे। औरतों ने मन्नत मांगी और फूल चढ़ाएं। बड़ी तादाद में बच्चे ई रिक्शा ट्राली पर सवार होकर या अली या हुसैन के नारे बुलंद कर रहे। पूरे रास्ते पानी शरबत, लंगर होते रहे। आलम का जुलूस बड़ा ताजिया जॉनसेनगंज, लीडर रोड, खारी कुइयां, शाहगंज, पत्थर गली, नखासकोहना, कोतवाली होते हुए बड़ ताजिया पहुंचा। इस मौके पर रेहान खान, इमरान खान, वसीम खान, फरहत खान, नेम यादव पार्षद, कुसुम लता पार्षद, मोहम्मद अकरम, मोहम्मद गुलाम, गुलाम नबी, आमिर खान, मोहम्मद महबूब डाबर, मोहम्मद आमिर, नदीम शिराजी, आबिद, वजीर खान, जफर खान, मोहन जी टंडन, परवेज अख्तर अंसारी समाजसेवी आलम में शामिल हुएl, रैपिड एक्शन फोर्स बड़ी तादाद में पुलिस के नौजवान साथ चल रहे थे।