Logo

जिला अस्पताल के आई सर्जन विवेक ने गाड़े कामयाबी के झंडे

सर्जरी में सूबे में सोलहवां और मंडल में पहला स्थान दिलाया
राष्ट्रीय अंधता निवारण प्रोग्राम को ऊंचाई पर ले गए विवेक त्रिपाठी
प्रतापगढ़। सरकारी डाक्टर भी कमाई करते हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं रह सकती है। अगर कोई सरकारी अस्पताल और मरीज के हित में कुछ बेहतर करता है तो वह औरों से अलग हो जाता है। डाक्टर सोनेलाल पटेल स्वशासी मेडिकल कालेज से संबद्ध राजा प्रताप बहादुर पुरुष अस्पताल में बतौर आई सर्जन तैनात डाक्टर विवेक त्रिपाठी राष्ट्रीय अंधता निवारण प्रोग्राम को ऊंचाई तक ले गए। इस कार्यक्रम में शासन स्तर पर जारी की गई गत वर्ष की सर्जरी में उन्होंने सूबे में सोलहवां और मंडल में पहला स्थान हासिल किया है। जो उनकी पहचान बन गए हैं। उनकी कामयाबी पर खुश होकर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और सीएमएस ने उनकी सराहना की है। स्टाफ में खुशी की लहर है। पुरूष अस्पताल के नेत्र विभाग के डाक्टर विवेक त्रिपाठी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनकी कार्यशैली ही उनकी पहचान है। सरकार के प्रमुख कार्यक्रम राष्ट्रीय अंधता निवारण प्रोग्राम को उसके मुकाम तक पहुंचाने का भरसक प्रयास कर रहे डाक्टर विवेक त्रिपाठी ने गत वर्ष 1143 सर्जरी की हैं। शासन स्तर से जारी 66 बेहतरीन आई सर्जन की सूची में उनका नाम सोलहवें नम्बर पर है। सूची पर नजर डालने पर पता चला कि उन्होंने सर्जरी में मण्डल प्रयागराज के जिलों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। सूची में मोतीलाल जिला अस्पताल 45 नंबर पर है। इसमें 488 आपरेशन हुए हैं। जबकि प्रयागराज जिला अस्पताल 55 नम्बर है। यहां पर 411 केस हुए है। अगर दोनो को मिला दिया जाए तो भी प्रतापगढ़ के आंकड़े को छू नहीं पा रहे हैं। इस बारे में डाक्टर विवेक त्रिपाठी का कहना है कि उन्होंने केवल अपनी ड्यूटी निभाई है बस। सीएमएस डॉ सुरेश सिंह का कहना है डाक्टर विवेक अस्पताल के बेहतरीन सर्जनों में से एक हैं। प्रिंसिपल डॉ सलिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे डाक्टरों से अस्पताल की छवि बेहतर बनती है। समाज में अच्छा सन्देश जाता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.