भगवान को साक्षी मानकर प्रेमी युगल हुए एक दूजे के, परिजन रहे मौजूद
लोकमित्र ब्यूरो
उतरांव (प्रयागराज)। ऐसा कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है। इंसान प्यार में न रूप-रंग देखता है, न जाति धर्म देखता है और न ही उम्र और कद देखता है। ऐसा ही एक मामला प्रयागराज जिले में देखने को मिला है। उतरांव में सामाजिक बंधनों को दरकिनार कर प्रेमी-प्रेमिका ने भगवान को साक्षी मानकर सैदाबाद स्थित निमहरा मंदिर में एक दूसरे को जयमाला पहना कर जीवन भर साथ निभाने का संकल्प लेकर अपनी जिंदगी की नई पारी की शुरुआत कर दी। इस दौरान उनके परिजन भी मौजूद रहे। बता दे उतरांव क्षेत्र के मोहम्मदाबाद गांव के एक युवक का बलदिया गांव की एक युवती से पिछले कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने शादी करने की मन में ठान ली, लेकिन लड़की पक्ष के इस रिश्ते से खुश नहीं थे। वे दूसरे जगह शादी कराना चाहते थे। जिसके लिए वह युवती तैयार नहीं थी। बुद्धवार को दोनों सैदाबाद स्थित निमहरा मंदिर पहुंचे और वहां दोनों ने भगवान को साक्षी मानते हुए एक दूसरे के गले में जयमाल डाल शादी रचा ली और फिर जीवन भर एक दूसरे के साथ रहने का संकल्प लिया। इस दौरान उनके परिजन भी मंदिर में मौजूद रहे और उन लोगों ने दोनों को आशीर्वाद भी दिया।