यदि संतान सदाचारी हो तो माता-पिता को स्वयं भक्ति मिल जाती है:पंडित तुलसीराम शास्त्री
अयोध्या। गोसाईगंज चंद्रदीप पर राजेंद्र तिवारी के यहां हो रही सप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा संपन्न हुआ। सुप्रसिद्ध कथा व्यास पंडित तुलसीराम शास्त्री के द्वारा प्रसंग का वर्णन करते हुए भक्ति ज्ञान वैराग्य की कथा सुनाई जिसमें उन्होंने कहा जैसे पुत्र के बिना स्त्री का मातृत्व पूर्ण नहीं होता वैसे ज्ञान वैराग्य के बिना भक्ति भी आप पूर्ण होती है वैसे ज्ञान वैराग्य युक्त भक्ति की पूर्ण होती है अध्यात्म देव ब्राम्हण गोकर्ण धुंधकारी की कथा का व्याख्यान करते हुए कथा व्यास पंडित तुलसीराम शास्त्री ने कहा यदि संतान सदाचारी हो तो माता-पिता को स्वयं भक्ति मिल जाती है लेकिन यदि संतान दुराचारी हो तो माता-पिता की दुर्गति होती है जैसे उन अधिकारी के कारण धुंध सी की हुई ।