अकीदत के साथ मनाया गया हजरत सूफी मोहम्मद रमजान अली रहमतुल्लाह अलैह का 39वाँ सालाना उर्स मुबारक
दुर्गागंज। मुआर आधारगंज में ईदगाह के पास स्थित हजरत सूफी मोहम्मद रमजान अली रहमतुल्लाह अलैह का 39वां उर्स 5व 6 जून को अकीदत के साथ मनाया गया। उर्स के दौरान जायरीनों ने मजार ए अकदस पर चादर और गुलपोशी कर दुआ-ए-खैर मांगी। फातिहा के बाद तबर्रुक और लंगर को तकसीम किया गया। हर साल की तरह इस वर्ष भी उर्स को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। उर्स में कई शहरों के जायरीन शामिल हुए। उर्स के दौरान सुबह फर्ज के वक्त मजार का गुस्ल किया गया। दोपहर मजार पर चादर व फूल चढ़ाए गए।वही दरगाह शरीफ में कुरानख्वानी का भी आयोजन किया गया था। जिसमें जायरीनों ने कुरान-ए-पाक की तिलावत की। शाम को फातिहा के बाद तबर्रुक को तकसीम किया गया। दरगाह कमेटी के सदस्यों द्वारा लंगर को भी बांटा गया। अजहरुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि सालों से हजरत के दीदार के लिए आ रहे हैं। इस जगह पर बिन मांगे ही दिल की मुराद पूरी हो जाती है।हर साल उर्स के मौके पर जरूर आते हैं। सज्जादा नसीम हाजी ग्यासुद्दीन सिद्दीकी आसवी ने बताया कि हजरत सूफी मोहम्मद रमजान अली रहमतुल्लाह अलैह के दर की खिदतम पूर्वजों के समय से कर रहे हैं। इस दर से काफी यकीन और अकीदा है। इस मौके पर तमाम उनके मुरस्लीन उपस्थित रहे।