त्रिदिवसीय वैदिक गणित प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा चरण पूर्ण
प्रयागराज। इस्टीट्यूट ऑफ एडवाल स्टडी इन एजुकेशन प्रयागराज में प्राचार्य सुश्री गायत्री के निर्देशन मे चल रहे गणित एवं विज्ञान विषय के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के शैक्षिक उन्नयन एवं गुणवत्ता संवर्द्धन हेतु त्रिदिवसीय वैदिक गणित प्रशिक्षण कार्यक्रम का द्वितीय फेरा आज सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य सुश्री गायत्री एवं विशेषज्ञों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। श्रीमती अमिता सिंह, डा० मीनाक्षी पाल श्रीमती स्मिता जायसवाल डा० रूपाली दिव्यम ने प्रार्थना गीत प्रस्तुत किया। संचालन स्मिता जायसवाल ने किया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में विषय विशेषज्ञ जनार्दन सिंह, प्रवक्ता राज्य शिक्षा संस्थान एवं विशेषज्ञों ने वैदिक विधि का महत्व एवं सूत्र व जोड़ करना सिखाया। द्वितीय दिवस में वैदिक विधि से घटाना करना एवं बड़ी से बड़ी संख्याओं का पहाड़ा याद करना सिखाया तथा राकेश मोहन पाण्डेय प्रवक्ता फिरोज गांधी इण्टर कॉलेज, गारापुर ने वैदिक गणित में उर्ध्वतिर्यक विधि द्वन्द विधि से गुणा करना सिखाया। प्रशिक्षणार्थियों ने सहभागिता के साथ श्यामपट पर प्रश्नों को हल किया और कार्यक्रम के तृतीय दिवस में सत्य नारायण चौरसिया पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक (सेवानिवृत्त) ने प्रशिक्षणार्थियों को वैदिक गणित विधि से भाग करना सिखाया एवं वैदिक गणित के सूत्रों के साथ उपसूत्रों को भी अर्थ के साथ समझाते हुए गणित के प्रश्नों को उन सूत्रों के माध्यम से बहुत ही सरलता से हल करना सिखाया। यावदूनम तावदूनम दूनीकृत्य वर्ग च योज्येत विधि, एक न्यूनेन विधि को सभी प्रतिभागियों ने हसते हसते बहुत ही रूचि पूर्वक सीखा। कार्यक्रम के अंत में संस्थान की प्राचार्य सुश्री गायत्री ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किया। संस्थान के कार्यक्रम संयोजक प्रोफसर सतराम सोनी एवं समीर प्रवक्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समन्वयक प्रवक्ता राजपत्रित, श्रीमती अमिता सिंह, रणजीत, उपेन्द्र नाथ सिंह, सहसमन्वयक, डा० मीनाक्षी पाल श्रीमती स्मिता जायसवाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्रीमती दरख्शा आब्दी डा० रूपाली दिव्यम ने सहयोग प्रदान किया। प्रशिक्षण के दौरान संस्थान के उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन किया।