मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीने के लिए मजबूर मुसहर बस्ती के लोग
लोकमित्र ब्यूरो
कौंधियारा(प्रयागराज)। विकास खंड कौंधियारा एवं बारा विधानसभा के दर्जनों गांवो में निवास करने वाले मुसहर जाति के लोगों का जीवन अब भी मुफलिसी के दायरे में बीत रहा है।अशिक्षा, भुखमरी, बेरोजगारी, बीमारी एवं खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करना उनकी मजबूरी बन चुकी है। ज्ञातव्य हो कि इन मुसहरों को शासन द्वारा जारी योजनाओं का लाभ गरीबों को नसीब नहीं हो पाता जैसे कि कठौली कंचनवा मजरा खुली के मुसहर बस्ती में हरिशचंद्र, राम सजीवन, राम बहादुर महिला शकुंतला को प्रधानमंत्री आवास 2020-21 में मिला था। सभी के खाते में प्रथम किस्त 40000 रूपए आई थी । जिसे पूर्व प्रधान ने निकलवाकर मात्र ढांचे का निर्माण करके इतिश्री कर लिया। यही नहीं इनकी पासबुक भी इनके पास न होकर बिचौलियों के कब्जे में है। अब सवाल यह है, कि इनकी दूसरी व तीसरी किस्त आई कि नहीं आई यह इन्हें पता नहीं है। यदि 70000 की दूसरी किस्त आई तो कहां गई। यह इन अशिक्षितो को कोई जानकारी नहीं है। कुछ भी हो किंतु कागजों में इन्हें प्रधानमंत्री आवास दे दिया गया है। गरीबी व इन दिनों भीषण ठंड की मार झेल रहे इन मुसहरो के हक पर बराबर ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी डाका डाल रहे हैं। और इन्हें सरकारी योजनाओं से वंचित कर रखा है। यह एक जांच का विषय है।