मौनी अमावस्या पर मौन स्नान से मन के भी पाप नष्ट हो जातें हैं- शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती
प्रतापगढ़ । ज्योतिष के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती और द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानन्द जी महाराज ने आज संयुक्त रूप से प्रवचन दिया ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने कहा कि प्रयाग तीर्थों का राजा है इसी लिए इसे प्रयागराज कहते हैं।इस लिए प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर मौन रह कर संगम में स्नान करना चाहिए।मौन रहकर संगम में स्नान करने से जाने अनजाने में भी मन के अन्दर आए हुए पाप नष्ट हो जातें हैं।वही द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानन्द जी महाराज ने कहा कि भगवान की कथा सुनने से समस्त प्रकार के कष्ट दूर हो जातें हैं।उक्त जानकारी भी मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार ने दी है