मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली से घायल बदमाश की इलाज के दौरान लखनऊ मे मौत
पीएम के बाद पुलिस की देखरेख मे गांव के लिए रवाना हुआ शव
मौत से गांव मे पनप उठा तनाव, भारी मात्रा मे अफसर व पुलिस बल ने डाला डेरा
लालगंज, प्रतापगढ़। बाबूतारा में पुलिस की मुठभेड़ मे गोली लगने से घायल हुए बदमाश की लखनऊ मे उपचार के दौरान मौत हो गयी। उसकी मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों मे हडकंप मच गया और पुलिस के हाथ पांव फूल गये। लखनऊ मे दोपहर बाद पीएम सम्पन्न होने के बाद आरोपी का शव पुलिस की देखरेख मे गांव के लिए रवाना हुआ। पुलिस ने आरोपी का आपराधिक इतिहास खंगाला तो उसके खिलाफ पन्द्रह मुकदमें पंजीकृत पाये गये। मुठभेड़ मे घायल दोनों सिपाहियों का भी उपचार जिला अस्पताल मे चल रहा है। पुलिस की गोली से बदमाश की मौत होने के बाद से गांव मे तनाव पनप उठा है। लालगंज कोतवाली क्षेत्र के बाबूतारा गांव मे शनिवार की रात पुलिस की गोली गांव के तौफीक उर्फ बब्बू को लग गयी। पुलिस के मुताबिक आरोपी शातिर बदमाश था जिसे स्वॉट टीम की मदद से पकडने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस को देखते ही उसने फायरिंग शुरू कर दी। जिसमे दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। जबाबी कार्रवाई मे बदमाश को भी पुलिस की ओर से चलाई गई गोली लग गयी। गोली लगने के बाद तौफीक को परिजन प्रयागराज के एक निजी अस्पताल ले गये। रविवार की शाम उसकी तबीयत बिगडने पर परिजन उसे लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज ले गये। यहां पहुंचने पर रात नौ बजे उसकी मौत हो गयी। जैसे ही उसकी मौत की जानकारी हुई परिजनों मे कोहराम मच गया और पुलिस के हाथ पंाव फूल गये। घटना की जानकारी होने पर मृतक के गांव मे भी तनाव पनप उठा है। उधर लखनऊ मे सोमवार को दोपहर बाद तौफीक के शव का पीएम किया गया। पीएम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द हुआ तो वह गांव के लिए निकल पड़े। लालगंज कोतवाली पुलिस के दो दरोगा भी लखनऊ मे शव के साथ लगाये गये हैं। शाम सात बजे के आसपास आरोपी का शव गांव पहुंचने की बात कही जा रही है। उधर पुलिस ने रात भर तौफीक का आपराधिक रिकार्ड खोजती रही। पुलिस की मानें तो मृतक शातिर बदमाश था उसके खिलाफ अलग अलग जिलों मे पन्द्रह मुकदमें दर्ज है। इसमे कई मुकदमें एटीएम चोरी से सम्बन्धित हैं जबकि एक-एक मुकदमा पास्को एक्ट व गैंगेस्टर का भी उसके ऊपर दर्ज था। इधर मृतक के गांव बाबूतारा मे पुलिस की गोली से हुई मौत के बाद तनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी हरकत मे आ गया है। प्रशासन का प्रयास है कि परिजन शांतपूर्ण ढंग से शव को दफना दें। लेकिन इसकी संभावना बहुत कम जताई जा रही है कि परिजन बिना किसी बवाल के शव को दफन कर देंगे। तनाव को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र की अगुवाई मे एसडीएम राहुल यादव व दो सीओ समेत तीन थानों की फोर्स सोमवार को दोपहर से केातवाली मे डट गयी। गांव मे पीएसी की भी तैनाती की गई है। कोतवाली पुलिस ने भी छः टीमों का गठन कर शव के शांतपूर्ण अंतिम संस्कार के लिए तैनात कर दिया है। अब देखना यह है कि शव पहुंचने के बाद क्या संभावना उत्पन्न होती है।